welcome tohealthybestrong,blog

you are welcome to healthybestrong,blog

please visit upto end of this blog.

adsense code

google blog Search

Saturday, October 31, 2015

Fwd:

Turmeric and milk have natural antibiotic properties. Including these two natural ingredients in your everyday diet can prevent diseases and infections.

Turmeric when mixed with milk can be very beneficial for number of health problems.

This is an effective remedy to fight hazardous environmental toxins and harmful microorganisms.

RECIPE for Turmeric Milk:

1.      Take 1 inch piece (FRESH) Turmeric root.  If Fresh type is not available then use 1 level tsp Turmeric Powder
2.      150mls  or I glass Milk
3.       Boil Turmeric and Milk for 15 minutes
4.      Strain the milk (remove fresh Turmeric piece out )
5.      Cool it and drink this milk.

Benefits of Turmeric Milk

1.     Respiratory illness:

        Turmeric milk is an anti-microbial which attacks bacterial infections and viral infections. It is useful to treat illnesses related to respiratory system, since the spice heats up your body and provides quick relief from lung congestion and sinuses. This is also an effective remedy to cure asthma and bronchitis.

2.     Cancer:

        This milk prevents and stops the growth of breast, skin, lung, prostate, and colon cancers, since it has anti-inflammatory properties. This prevents cancer cells from damaging DNA and reduces the side effects of chemotherapy.

3.     Anti Inflammatory:

        Turmeric milk is anti-inflammatory, that can prevent and protect arthritis and stomach ulcers. This is also known as 'natural aspirin' in Ayurvedic medicine that can cure headaches, swelling and pain.

4.     Cold and Cough:

        Turmeric Milk is considered as a best remedy for cold and cough due to its antiviral and antibacterial properties. It gives instant relief to sore throat, cough and cold.
5.     Arthritis:

Turmeric Milk is used to cure arthritis and treat swelling due to rheumatoid arthritis. It also helps to make the joints and muscles flexible by reducing the pain.

6.     Aches and Pains:

        Turmeric golden milk gives best relief from aches and pains. This can also strengthen the spine and joints in the body.

7.     Antioxidant:

        Turmeric milk is excellent source of antioxidants, which fights free radicals. This can cure many ailments.

8.     Blood Purifier:

Turmeric Milk is considered as an excellent blood purifier and cleanser in Ayurvedic tradition. It can revitalize and boost blood circulation in the body.  It is also a blood thinner that cleanses the lymphatic system and blood vessels from all impurities.

9.     Liver Detox:

        Turmeric milk is a natural liver detoxifier and blood purifier that boosts liver function. It supports the liver and cleanses the lymphatic system.

10.   Bone Health:

        Turmeric milk is a good source of calcium which is a must to keep the bones healthy and strong.  India 's batting legend Sachin Tendulkar drinks this daily for good bone health. Turmeric milk lowers bone loss and osteoporosis.

11.   Digestive Health:

        It is a powerful antiseptic that promotes intestinal health and treats stomach ulcers and colitis. This helps in better digestive health and prevents ulcers, diarrhea and indigestion.

12.   Menstrual Cramps:

        Turmeric milk works wonder as it is antispasmodic that eases menstrual cramps and pain.   Pregnant women should take golden turmeric milk for easy delivery, post partum recovery, improved lactation and faster contraction of ovaries.

13.   Rash and Skin Redness:

        Cleopatra took turmeric milk baths for soft, supple and glowing skin. Similarly, drink turmeric milk for glowing skin. Soak turmeric milk in a cotton ball; apply on the affected area for 15 minutes to reduce skin redness and blotchy patches. This will make the skin more radiant and glowing than before.

14.   Weight Loss:

Turmeric milk helps in the breakdown of dietary fat. This can be useful to control weight.

15.   Eczema:

        Drink a glass of turmeric milk everyday to treat eczema.

16.   Insomnia:

        Warm turmeric milk produces an amino acid, tryptophan; that induces peaceful and blissful sleep.


Thursday, October 29, 2015

pain in knee


Fwd:


अदरक के 10 फायदे और रोगों के उपचार

दुनिया के सबसे ज्यादा उपजाए जाने वाले मसाले के रूप में अदरक दुनिया का सबसे बहुपयोगी औषधीय गुण वाला पदार्थ है। 100 से ज्यादा बीमारियों में इस चमत्कारी मसाले के औषधीय लाभों पर अनगिनत अध्ययन किए गए हैं। आधे से अधिक पारंपरिक हर्बल औषधियों में इसे शामिल किया जाता है। आइए जानते हैं इसके गुणों को विस्तार से:

अदरक का प्राचीन काल में प्रयोग

ऐतिहासिक अभिलेखों से भी पहले से भारत और चीन में अदरक को एक मसाले और औषधि के रूप में उपजाया और इस्तेमाल किया जाता था। दोनों देशों के शुरुआती चिकित्सा ग्रंथों में ताजे और सुखाए गए, दोनों रूपों में इस मसाले के औषधीय इस्तेमाल का विस्तार से वर्णन है।

चौथी शताब्दी ईसापूर्व के चीनी ग्रंथों में अदरक को पेट की समस्याओं, मतली, दस्त, हैजा, दांतदर्द, रक्तस्राव और गठिया के उपचार के लिए एक औषधि के रूप में बताया गया है। चीन के जड़ी-बूटी विशेषज्ञ इस बूटी का इस्तेमाल सर्दी-खांसी सहित तमाम श्वास संबंधी बीमारियों के उपचार में भी करते हैं। पांचवीं सदी में चीनी नाविक लंबी समुद्री यात्राओं में स्कर्वी के इलाज के लिए अदरक में मौजूद विटामिन सी तत्वों का इस्तेमाल करते थे।

भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथों में अदरक को सबसे महत्वपूर्ण बूटियों में से एक माना गया है। यहां तक कि उसे अपने आप में औषधियों का पूरा खजाना बताया गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सक इसको एक शक्तिशाली पाचक के रूप में लेने की सलाह देते हैं क्योंकि यह पाचक अग्नि को भड़काता है और भूख बढ़ाती है। इसके पोषक तत्व शरीर के सभी हिस्सों तक आसानी से पहुंच पाते हैं। आयुर्वेद में अदरक को जोड़ों के दर्द, मतली और गति के कारण होने वाली परेशानी के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है।

आइए अदरक के फायदों पर नजर डालते हैं:

अदरक के 10 फायदे और रोगों के उपचार

अदरक के 10 मुख्य फायदे

अदरक कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सक्षम

आधुनिक शोधों में अदरक को विभिन्न प्रकार के कैंसर में एक लाभदायक औषधि के रूप में देखा जा रहा है और इसके कुछ आशाजनक नतीजे सामने आए हैं।

मिशिगन यूनिवर्सिटी कांप्रिहेंसिव कैंसर सेंटर के एक अध्ययन में पाया गया कि अदरक ने न सिर्फ ओवरी कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया, बल्कि उन्हें कीमोथैरेपी से प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने से भी रोका जो कि ओवरी के कैंसर में एक आम समस्या होती है।

इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने ओवरी कैंसर कोशिकाओं पर अदरक पाउडर और पानी का एक लेप लगाया। हर परीक्षण में पाया गया कि अदरक के मिश्रण के संपर्क में आने पर कैंसर की कोशिकाएं नष्ट हो गईं। हर कोशिका ने या तो आत्महत्या कर ली, जिसे एपोप्टोसिस कहा जाता है या उन्होंने एक-दूसरे पर हमला कर दिया, जिसे ऑटोफेगी कहा जाता है।

अदरक को स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलोन कैंसर के इलाज में भी बहुत लाभदायक पाया गया है।

जर्नल ऑफ बायोमेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी में प्रकाशित शोध में पता चला कि अदरक के पौधे के रसायनों ने स्वस्थ स्तन कोशिकाओं पर असर डाले बिना स्तन कैंसर की कोशिकाओं के प्रसार को रोक दिया। यह गुण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पारंपरिक विधियों में ऐसा नहीं होता। हालांकि बहुत से ट्यूमर कीमोथैरैपी से ठीक हो जाते हैं, मगर स्तन कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना ज्यादा मुश्किल होता है। वे अक्सर बच जाती हैं और उपचार के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेती हैं।

अदरक के इस्तेमाल के दूसरे फायदे ये हैं कि उसे कैप्सूल के रूप में दिया जाना आसान है, इसके बहुत कम दुष्प्रभाव होते हैं और यह पारंपरिक दवाओं का सस्ता विकल्प है।

आधुनिक विज्ञान प्रमाणित करता है कि अदरक कोलोन में सूजन को भी कम कर सकता है जिससे कोलोन कैंसर को रोकने में मदद मिलती है। मिशिगन यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 30 मरीजों के एक समूह को 28 दिनों में दो ग्राम अदरक की जड़ के सप्लीमेंट या प्लेसबो दिए। 28 दिनों के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन मरीजों ने अदरक की जड़ का सेवन किया था, उनमें कोलोन की सूजन के चिह्नों में काफी कमी पाई गई। इससे यह कोलोन कैंसर के रिस्क वाले लोगों में एक कारगर प्राकृतिक बचाव विधि हो सकती है।

कई और तरह के कैंसर, जैसे गुदा कैंसर, लिवर कैंसर, फेफड़ों के कैंसर, मेलानोमा और पैंक्रियाज के कैंसर को रोकने में अदरक के तत्वों की क्षमता पर भी अध्ययन किए गए हैं। यह एक दिलचस्प बात है कि एक कैंसर रोधी दवा बीटा-एलिमेन अदरक से बनाई जाती है।

अदरक मधुमेह में लाभदायक तत्व

मधुमेह के मामले में अध्ययनों ने अदरक को इसके बचाव और उपचार दोनों में असरकारी माना है।

ऑस्ट्रेलिया में सिडनी यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में अदरक को टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए असरदार पाया गया। अदरक के तत्व इंसुलिन के प्रयोग के बिना ग्लूकोज को स्नायु कोशिकाओं तक पहुंचाने की प्रक्रिया बढ़ा सकते हैं। इस तरह इससे उच्च रक्त शर्करा स्तर (हाई सुगर लेवल) को काबू में करने में मदद मिल सकती है।

अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक मधुमेह से होने वाली जटिलताओं से बचाव करती है। अदरक मधुमेह पीड़ित के लिवर, किडनी और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सुरक्षित कर सकती है। साथ ही वह इस बीमारी के एक आम दुष्प्रभाव मोतियाबिंद का खतरा भी कम करती है।

अदरक हृदय के लिए लाभकारी

अदरक सालों से हृदय रोगों के उपचार में इस्तेमाल होती रही है। चीनी चिकित्सा में कहा जाता है कि अदरक के उपचारात्मक गुण हृदय को मजबूत बनाते हैं। हृदय रोगों से बचाव और उसके उपचार में अक्सर अदरक के तेल का प्रयोग किया जाता था।

आधुनिक अध्ययन दर्शाते हैं कि इस जड़ी-बूटी के तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, रक्त प्रवाह में सुधार लाने और अवरुद्ध आर्टरियों तथा रक्त के थक्कों से बचाव करने का काम करते हैं। ये सारी चीजें हृदयाघात (हार्ट अटैक) और स्ट्रोक के जोखिम को कम करती हैं।

अदरक एक लोकप्रिय पाचक

अदरक को हजारों सालों से प्राचीन सभ्यताओं द्वारा एक पाचक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके वात को दूर करने वाले तत्व पेट की गैस को दूर करके पेट फूलने और उदर वायु की समस्या से बचाव करते हैं। साथ ही पेट में मरोड़ को ठीक करने वाले इसके तत्व मांसपेशियों को आराम पहुंचाते हुए अजीर्णता में राहत पहुंचाते हैं।

भोजन से पहले नमक छिड़क कर अदरक के टुकड़े खाने से लार बढ़ता है, जो पाचन में मदद करता है और पेट की समस्याओं से बचाव करता है। भारी भोजन के बाद अदरक की चाय पीने से भी पेट फूलने और उदर वायु को कम करने में मदद मिलती है। अगर आपको पेट की समस्याएं ज्यादा परेशान कर रही हैं, तो आप फूड प्वायजनिंग के लक्षणों को दूर करने के लिए भी अदरक का सेवन कर सकते हैं।

स्थायी अपच (डिस्पेप्सिया) के उपचार, बच्चों में पेट दर्द से राहत और बैक्टीरिया जनित दस्त के उपचार में अक्सर अदरक लेने की सलाह दी जाती है।

अदरक मोशन सिकनेस को कम करती है

अलग-अलग तरह की मतली और उल्टी को ठीक करने में अदरक बहुत मददगार होती है। गर्भवती स्त्रियों में मॉर्निंग सिकनेस, सफर पर रहने वाले लोगों में मोशन सिकनेस और कीमोथैरेपी के मरीजों में भी मितली की समस्या में यह राहत देती है। कीमोथैरेपी के दौरान वमन रोकने वाली दवाएं दिए जाने के बावजूद 70 फीसदी मरीजों को मितली की परेशानी होती है। वयस्क कैंसर रोगियों पर किए गए एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि रोजाना कीमो से पहले आधा से एक ग्राम अदरक की डोज दिए जाने पर अध्ययन में हिस्सा लेने वाले 91 फीसदी मरीजों में तेज मितली की गंभीरता काफी हद तक कम हुई।

अदरक चक्कर आने के साथ आने वाली मितली को भी कम करने में मदद करती है। इस संबंध में हुए शोध से पता चलता है कि इस मसाले के उपचारात्मक रसायन, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र में काम करते हुए उबकाई के असर को कम करते हैं।

अदरक जोड़ों के दर्द और आर्थराइटि स में राहत देती है

अदरक में जिंजरोल नामक एक बहुत असरदार पदार्थ होता है जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। एक अध्ययन के मुताबिक, अदरक गंभीर और स्थायी इंफ्लामेटरी रोगों के लिए एक असरकारी उपचार है।

कई और वैज्ञानिक अध्ययन भी जोड़ों के दर्द में अदरक के असर की पुष्टि करते हैं। गठिया के शुरुआती चरणों में यह खास तौर पर असरकारी होता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित बहुत से मरीजों ने नियमित तौर पर अदरक के सेवन से दर्द कम होने और बेहतर गतिशीलता का अनुभव किया।

हांग कांग में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि अदरक और संतरे के तेल से मालिश करने पर घुटने की समस्याओं वाले मरीजों में थोड़ी देर के लिए होने वाली अकड़न और दर्द में राहत मिलती है।

अदरक कसरत से होने वाले सूजन और मांसपेशियों के दर्द को भी कम कर सकती है। जार्जिया यूनिवर्सिटी द्वारा करवाए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने लगातार 11 दिन तक 34 और 40 वाटंलियरों के दो समूहों को कच्ची और पकाई हुई अदरक खिलाई। अध्ययन के नतीजों से यह निष्कर्ष निकाला गया कि अदरक के सप्लीमेंट्स का रोजाना इस्तेमाल, कसरत से होने वाले मांसपेशियों के दर्द में 25 फीसदी तक राहत देती है।

अदरक माइग्रेन और मासिक धर्म की पीड़ा को कम करती है

शोध से पता चलता है कि अदरक माइग्रेन (सिरदर्द) में राहत दे सकती है। ईरान में किए गए और फाइटोथैरेपी रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि माइग्रेन के लक्षणों के उपचार में अदरक पाउडर माइग्रेन की आम दवा सुमाट्रिप्टन जितना ही असरदार है।

क्लीनिकल ट्रायल में तीव्र लक्षणों वाले 100 माइग्रेन पीड़ितों में से कुछ को सुमाट्रिप्टन दिया गया और बाकियों को अदरक पाउडर। शोध में पाया गया कि दोनों की प्रभावक्षमता एक जैसी थी और अदरक पाउडर के दुष्प्रभाव सुमाट्रिप्टन के मुकाबले बहुत कम थे। इससे यह पता चलता है कि यह माइग्रेन का अधिक सुरक्षित उपचार है।

माइग्रेन का हमला शुरू होते ही अदरक की चाय पीने से प्रोस्टेग्लैंडिन दब जाते हैं और असहनीय दर्द में राहत मिलती है। इससे माइग्रेन से जुड़ी उबकाई और चक्कर की समस्याएं भी नहीं होतीं।

अदरक डिस्मेनोरिया (पीड़ादायक मासिक धर्म) से जुड़े दर्द को भी काफी कम करने में मददगार है। ईरान में किए गए एक शोध में 70 महिला विद्यार्थियों को दो समूहों में बांटा गया। एक समूह को अदरक के कैप्सूल और दूसरे को एक प्लेसबो दिया गया। दोनों को उनके मासिक चक्र के पहले तीन दिनों तक ये चीजें दी गईं। शोधकर्ताओं ने पाया कि अदरक के कैप्सूल लेने वाली 82.85 फीसदी महिलाओं ने दर्द के लक्षणों में सुधार बताया जबकि प्लेसबो से सिर्फ 47.05 फीसदी महिलाओं को ही राहत मिली।

बहुत सी संस्कृतियों में जलन के उपचार के लिए त्वचा पर ताजे अदरक का रस भी डालने की परंपरा है और अदरक का तेल जोड़ों तथा पीठ के दर्द में काफी असरकारी पाया गया है।

अदरक श्वास की समस्याओं और दमा के उपचार में असरकारी

श्वास संबंधी समस्याओं के उपचार में अदरक के तत्वों के सकारात्मक नतीजे दिखे हैं। शोध से पता चलता है कि दमा से पीड़ित मरीजों के उपचार में इसका प्रयोग आशाजनक रहा है। दमा एक स्थायी बीमारी है जिसमें फेफड़ों की ऑक्सीजन वाहिकाओं के स्नायुओं में सूजन आ जाती है और वे विभिन्न पदार्थों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं, जिससे दौरे पड़ते हैं।

हाल में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि अदरक दो तरीके से दमा के उपचार में लाभदायक होता है। पहला हवा के मार्ग की मांसपेशियों को संकुचित करने वाले एंजाइम को अवरुद्ध करते हुए और दूसरे हवा के मार्ग को आराम पहुंचाने वाले दूसरे एंजाइम को सक्रिय करते हुए।

अदरक अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, सूजन रोधी (एंटी-इंफ्लामेटरी) और दर्दनिवारक तत्वों के कारण असरकारी होती है। इसके गुण नॉन स्टेरायडल एंटी इंफ्लामेटरी दवाओं के समान होते हैं मगर इसके नकारात्मक दुष्प्रभाव नहीं होते। जबकि दमा की बीमारी के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के चिंताजनक दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसलिए अदरक जैसे वैकल्पिक, सुरक्षित उपचार का मिलना इस रोग के उपचार में एक आशाजनक खोज है।

अदरक सर्दी-खांसी में लाभदायक

अदरक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है जिससे यह सर्दी-खांसी तथा फ्लू का जाना-माना उपचार है। ऊपरी श्वास मार्ग के संक्रमण में आराम पहुंचाने के कारण यह खांसी, खराब गले और ब्रोंकाइटिस में भी काफी असरकारी होती है।

अदरक सर्दी के समय उत्तेजित होने वाले दुखदायी साइनस सहित शरीर के सूक्ष्म संचरण माध्यमों को भी साफ करती है। सर्दी-खांसी और फ्लू में नींबू तथा शहद के साथ अदरक की चाय पीना बहुत लोकप्रिय नुस्खा है जो पूर्व और पश्चिम दोनों में कई पीढ़ियों से हमें सौंपा जाता रहा है।

अदरक में गर्मी लाने वाले गुण भी होते हैं, इसलिए यह सर्दियों में शरीर को गरम कर सकती है और सबसे अहम बात यह है कि यह सेहत के लिए हितकारी पसीने को बढ़ा सकती है। शरीर को विषमुक्त करने और सर्दी-जुकाम के लक्षणों में लाभदायक इस तरह का पसीना बैक्टीरियल और फंगल संक्रमणों से भी लड़ने में मददगार साबित होती है।

सबसे अच्छी बात यह है कि अदरक में सक्रिय पदार्थ होते हैं, जो आसानी से शरीर द्वारा सोख लिए जाते हैं इसलिए आपको उसका फायदा उठाने के लिए उसे ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती।

अदरक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है

दुनिया में हुए बहुत से अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लिपिड पेरोक्सिडेशन और डीएनए क्षति को रोकती है।

एंटीऑक्सीडेंट बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे फ्री रेडिकल्स के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं। इससे उम्र के साथ आने वाली तमाम तरह की बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, आर्थराइटिस, अल्जाइमर्स और बाकी रोगों से बचाव में मदद मिलती है।

हालांकि सभी मसालों में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, अदरक उनमें ज्यादा प्रभावशाली है। इसमें अपनी 25 अलग-अलग एंटीऑक्सीडेंट विशेषताएं हैं। इसके कारण यह शरीर के अलग-अलग हिस्सों में तमाम तरह के फ्री रेडिकल्स से लड़ने में बहुत असरदार है।

ध्यान देने योग्य बातें

• दो साल से कम उम्र के बच्चों को अदरक नहीं दी जानी चाहिए।
• आम तौर पर, वयस्कों को एक दिन में 4 ग्राम से ज्यादा अदरक नहीं लेनी चाहिए। इसमें खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाने वाला अदरक शामिल है।
• गर्भवती स्त्रियों को 1 ग्राम रोजाना से अधिक नहीं लेना चाहिए।
• आप अदरक की चाय बनाने के लिए सूखे या ताजे अदरक की जड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे रोजाना दो से तीन बार पी सकते हैं।
• अत्यधिक सूजन को कम करने के लिए आप रोजाना प्रभावित क्षेत्र पर कुछ बार अदरक के तेल से मालिश कर सकते हैं।
• अदरक के कैप्सूल दूसरे रूपों से बेहतर लाभ देते हैं।
• अदरक खून पतला करने वाली दवाओं सहित बाकी दवाओं के साथ परस्पर प्रभाव कर सकती है।
• किसी विशेष समस्या के लिए अदरक की खुराक की जानकारी और संभावित दुष्प्रभावों के लिए हमेशा डॉक्टर से संपर्क करें।

अदरक-नीबू की चाय – कैसे बनाएं

चाय की यह स्वास्थ्यकर रेसिपी आपको ताजगी और स्फूर्ति से भर देगी। साथ ही इसमें कैफीन के दुष्प्रभाव नहीं होते। एक पतीले में साढ़े चार कप पानी उबालें। पानी के उबलने पर 2 इंच अदरक के टुकड़े को 20-25 तुलसी पत्तों के साथ कूट लें। इस पेस्ट को सूखी धनिया के बीजों (वैकल्पिक) के साथ उबलते पानी में डाल दें। 2-3 मिनट तक उबलने दें।

चाय को कप में छान लें और स्वाद के लिए 1 चम्मच नीबू का रस और गुड़ मिलाएं। गरम-गरम पिएं।


Tuesday, October 27, 2015

Fwd: पर्यावरण को प्रभावित करता है बीफ़ खाना , थर्मामीटर न होने पर ऐसे करें बुखार की जांच

health@onlymyhealth.com>
Date: 2015-10-27 8:23 GMT+05:30
Subject: पर्यावरण को प्रभावित करता है बीफ़ खाना , थर्मामीटर न होने पर ऐसे करें बुखार की जांच
To: mggarga@gmail.com


 
October 27, 2015 | www.onlymyhealth.com
Email to friend | Subscribe Now

पर्यावरण को प्रभावित करता है बीफ़ खाना

स्वस्थ खान-पान गौ मांस को लेकर मची तनातनी है इसे राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया है। गाय हिदुओं के लिए पूजक है इस सिद्धांत पर इसे रोका जा रहा है। जबकि बीफ पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है इस बात की चर्चा कहीं नहीं हो रही है जो कि काफी सोचनीय है।

और पढ़ें »

थर्मामीटर न होने पर ऐसे करें बुखार की जांच

हैप्पीनेस बुखार को जांचने का सबसे सही तरीका थर्मामीटर है, लेकिन थर्मामीटर के अभाव में शरीर के कुछ लक्षणों से आप बुखार की जांच कर सकते है, यकीन नहीं हो रहा तो आइए जानें कैसे।

और पढ़ें »

गोरी त्वचा पाने के घरेलू उपाय

घरेलू नुस्‍खे अगर आप गोरी और चमकदार त्‍वचा पाना तो अपनाएं  इस लेख में दिए गए घरेलू उपायों को और पाइए मनचाहा रूप और सौंदर्य।

और पढ़ें »

सेहत के लिए खतरा पैदा कर सकता है चुंबन

रिलेशनशिप अगर आप अपने साथी को चुंबन करके सिर्फ ये सोचते हैं कि आप प्यार दे रहें हैं, या प्यार ले रहें हैं तो इस पर थोड़ा और सोचने की जरूरत है। रिसर्च में ये बात सामने आई है कि दस सेकेंड के एक चुंबन के दौरान करीब आठ करोड़ जीवाणु चुंबन करने वालों के मुंह में चले जाते हैं।

और पढ़ें »

रोज़मेरी टी की मदद से झट से दूर हो जाएंगे चेहरे के रिंकल्स

वैकल्पिक चिकित्सा रोज़मेरी से बनी चाय भी सेहत और सौंदर्य के लिये बेहद लाभदायक होती है। रोज़मेरी टी की मदद से आप अपने चेहरे पर मौजूद झुर्रियों से निजात पा सकते हैं।

और पढ़ें »

Q:बालों से कैसे हटाएं रुसी? No of Answers : 1
Q:कैंसर क्या होता है? No of Answers : 1
Q:मोटापा कम करने के उपाय। No of Answers : 1
Q:मुंह के छालों के लिए आंवला कैसे फायदा करता है? No of Answers : 1
Q:डायबीटीज के कारणों के बारें में विस्तार से बता दीजिएगा। No of Answers : 1
धन्यवाद
www.onlymyhealth.com
feedback@onlymyhealth.com | click here
 


Monday, October 26, 2015

Fwd:



recvd from a friend

🍒क्या आप जानते हैं?🍒

👉 खड़े खड़े पानी पीने वाले का घुटना दुनिया का कोई डॉक्टर ठीक नहीँ कर सकता
👉* तेज पंखे के नीचे या A. C. में सोने से मोटापा बढ़ता है।
👉* 70% दर्द में एक ग्लास गर्म पानी किसी भी पेन किलर से भी तेज काम करता है।

👉* कुकर में दाल गलती है, पकती नहीँ। इसीलिए गैस और एसिडिटी करती है।
👉*नारियल पानी सुबह ग्यारह के पहले अमृत है।

👉* लकवा होते ही मरीज के नाक में देशी गाय का घी डालने से लकवा पन्द्रह मिनट मेँ ठीक हो जाता है।

👉* देशी गाय के शरीर पर हाथ फेरने से 10 दिन में ब्लड प्रेसर नॉर्मल हो जाता है।

अच्छी बातें , अच्छे लोगों, अपने मित्र , रिश्तेदार और ग्रुप मे अवश्य शेयर करे.

🙏😊


Sunday, October 25, 2015

Fwd:



Subject: जोड़ों का या किसी

जोड़ों का या किसी विशेष अंग का जकड़ जाना या दर्द होने पर दो छटाँक तिली का तेल कढ़ाई में डालकर उसमें दो तोले सोंठ की गाँठें  मंद मंद अगिन पर भूनें जव भुन जाए तो तेल को छान लें। दर्द या जकड़न के स्थान पर इस तेल कि मालिश करें


Saturday, October 24, 2015

जीवन का उद्देश्य


मनुष्य जीवन का उद्देश्य अपने आपको जानना और प्रभु को पाना है।

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

Fwd: WhatsApp Chat with World Reflexology week M

24/10/2015, 1:38 PM - ‪+91 94037 76880‬: IMG-20151024-WA0116.jpg (file attached)
24/10/2015, 1:38 PM - ‪+91 94037 76880‬: IMG-20151024-WA0115.jpg (file attached)
24/10/2015, 1:38 PM - ‪+91 94037 76880‬: IMG-20151024-WA0113.jpg (file attached)
24/10/2015, 1:38 PM - ‪+91 94037 76880‬: IMG-20151024-WA0114.jpg (file attached)

health tips
Subject: WhatsApp Chat with World Reflexology week M

Chat history is attached as "WhatsApp Chat with World Reflexology week M.txt" file to this email.

health tips

20 रूपये लीटर में बिक


आज देश के 80% रेलवे स्टेशन
पर खारा पानी मिलता
है।
और बोतल बँद पानी धड्ले
से 20 रूपये लीटर में बिक
रहा है।
मेरा मानना है की
करोड़ो रूपये की लागत से
बने रेलवे स्टेशन पर क्या
3-4 लाख रूपये और लगाकर
30-40 RO water फ़िल्टर
नहीं लगाये जा सकते।
आप कह सकते है की इनका
maintenence महंगा हो
जायेगा तो मेरा तर्क है
की क्या इन RO के पास में
दान पात्र रखा जा
सकता है।
मुझे पूरा विशवास है की
मेरे भारत वर्ष की
दानवीर जनता 1-2 रूपये
करके daily इतना पैसा तो
डाल ही देगी की जितने से
इन RO का daily
maintenence हो सके।
इससे न केवल जनता को
मज़बूरी में पानी 20 रूपये
लीटर खरीदना पड़ेगा
बल्कि साथ ही प्लास्टिक
बोतलों से पर्यावरण को
होने वाले नुकसान से देश
को मुक्ति मिल जाएगी।
हाँ ऐसा होने पर पानी
बेचने वालो की जरुर
छुट्टी हो जाएगी।
किसी सरकार ने ऐसा
किया नहीं
क्योंकि 1 रूपये से भी कम
का पानी जब 20 रूपये में
बिकता है तो शेयर उपर
तक जाता है।
क्या इस पानी घोटाले
को बंद करवाने के लिए आप
हमारे साथ हैं।
अगर हाँ तो ये मेसेज इतना
शेयर कीजिये की सरकार
तक पहुँच जाये।
क्या आप एक जिम्मेदार
नागरिक होंने का फ़र्ज़
निभाएंगे ?

Fwd: Shared a post - "*Pujyavar with Pujya Morari Bapu in Gujarat..."

yavar with Pujya Morari Bapu in Gujarat..."

Pujyavar with Pujya Morari Bapu in Gujarat Ram Katha on October 20, 2015
Om Guruve Namah ! Historic Moments.....Do santon ka milan Hariom All. Earlier this week on October 20, 2015 our Sadguru was in Gujarat at the Holy ram Katha on invitation of Pujya Morari Bapuji. Two God-Realized saints together and thousands of devotees fee...
image not displayed
Pujyavar with Pujya Morari Bapu in Gujarat Ram Katha on October 20, 2015
Om Guruve Namah ! Historic Moments.....Do santon ka milan Hariom All. Earlier this week on October 20, 2015 our Sadguru was in Gujarat at the Hol...

You received this notification because Sudhanshuji Maharaj was in a circle that you had subscribed to. Unsubscribe from these emails.
Privacy tip: Protect your info. Remove your email signature before you reply.
Google Inc., 1600 Amphitheatre Pkwy, Mountain View, CA 94043 USA

Fwd:


MUSIC FOR HEALTH
🎻🎵🎼🎺

संगीत द्वारा बहुत सी बीमारियों का उपचार किया जाने लगा है। चिकित्सा विज्ञान भी यह मानने लगा  हैं कि प्रतिदिन २० मिनट अपनी पसंद का संगीत सुनने से बहुत से रोगों से दूर रह सकते है। जिस प्रकार हर रोग का संबंध किसी ना किसी ग्रह विशेष से होता हैं उसी प्रकार संगीत के हर सुर व राग का संबंध किसी ना किसी ग्रह से अवश्य होता हैं। यदि किसी जातक को किसी ग्रह विशेष से संबन्धित रोग हो और उसे उस ग्रह से संबन्धित राग, सुर अथवा गीत सुनाये जायें तो जातक शीघ्र ही स्वस्थ हो जाता हैं| यहाँ इसी विषय को आधार बनाकर ऐसे बहुत से रोगों पर उपचार करने वाले रागों के विषय मे जानकारी देने का प्रयास किया गया है| जिन शास्त्रीय रागों का उल्लेख किया किया गया है उन रागों मे कोई भी गीत, भजन या वाद्य यंत्र बजा कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यहाँ उनसे संबन्धित चलचित्रों के गीतों के उदाहरण देने का प्रयास भी किया गया है।
🎻🎼🎵🎹

१) हृदय रोग –
इस रोग मे राग दरबारी व राग सारंग से संबन्धित संगीत सुनना लाभदायक है। इनसे संबन्धित चलचित्रों के गीत निम्न हैं-
* तोरा मन दर्पण कहलाए (काजल),
* राधिके तूने बंसरी चुराई (बेटी बेटे ),
* झनक झनक तोरी बाजे पायलिया ( मेरे हुज़ूर ),
* बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम (साजन),
* जादूगर सइयां छोड़ मोरी (फाल्गुन),
* ओ दुनिया के रखवाले (बैजू बावरा ),
* मोहब्बत की झूठी कहानी पे रोये (मुगले आजम )
🎺🎼🎵🎻

२) अनिद्रा –
यह रोग हमारे जीवन मे होने वाले सबसे साधारण रोगों में से एक है | इस रोग के होने पर राग भैरवी व राग सोहनी सुनना लाभकारी होता है, जिनके प्रमुख गीत इस प्रकार हैं -
* रात भर उनकी याद आती रही (गमन),
* नाचे मन मोरा (कोहिनूर),
* मीठे बोल बोले बोले पायलिया (सितारा),
* तू गंगा की मौज मैं यमुना (बैजु बावरा),
* ऋतु बसंत आई पवन (झनक झनक पायल बाजे),
* सावरे सावरे (अनुराधा),
* चिंगारी कोई भड़के (अमर प्रेम),
* छम छम बजे रे पायलिया (घूँघट ),
* झूमती चली हवा (संगीत सम्राट तानसेन ),
* कुहू कुहू बोले कोयलिया (सुवर्ण सुंदरी )
🎵🎼🎻🎺

३) एसिडिटी –
इस रोग के होने पर राग खमाज सुनने से लाभ मिलता है | इस राग के प्रमुख गीत इस प्रकार हैं
* ओ रब्बा कोई तो बताए प्यार (संगीत),
* आयो कहाँ से घनश्याम (बुड्ढा मिल गया),
* छूकर मेरे मन को (याराना),
* कैसे बीते दिन कैसे बीती रतिया (अनुराधा),
* तकदीर का फसाना गाकर किसे सुनाये ( सेहरा ),
* रहते थे कभी जिनके दिल मे (ममता ),
* हमने तुमसे प्यार किया हैं इतना (दूल्हा दुल्हन ),
* तुम कमसिन हो नादां हो (आई मिलन की बेला)
🎻🎺🎵🎼

४) दुर्बलता –
यह रोग शारीरिक शक्तिहीनता से संबन्धित है| इस रोग से पीड़ित व्यक्ति कुछ भी काम कर पाने मे स्वयं को असमर्थ अनुभव करता है। इस रोग के होने पर राग जयजयवंती सुनना या गाना लाभदायक होता है। इस राग के प्रमुख गीत निम्न हैं -
* मनमोहना बड़े झूठे (सीमा),
* बैरन नींद ना आए (चाचा ज़िंदाबाद),
* मोहब्बत की राहों मे चलना संभलके (उड़न खटोला ),
* साज हो तुम आवाज़ हूँ मैं (चन्द्रगुप्त ),
* ज़िंदगी आज मेरे नाम से शर्माती हैं (दिल दिया दर्द लिया ),
* तुम्हें जो भी देख लेगा किसी का ना (बीस साल बाद )
🎼🎺🎵🎻

५)स्मरण –
जिन लोगों का स्मरण क्षीण हो रहा हो, उन्हे राग शिवरंजनी सुनने से लाभ मिलता है | इस राग के प्रमुख गीत इस प्रकार से है -
* ना किसी की आँख का नूर हूँ (लालकिला),
* मेरे नैना (मेहेबूबा),
* दिल के झरोखे मे तुझको (ब्रह्मचारी),
* ओ मेरे सनम ओ मेरे सनम (संगम ),
* जीता था जिसके (दिलवाले),
* जाने कहाँ गए वो दिन (मेरा नाम जोकर )
🎻🎺🎼🎵

६) रक्त की कमी –
इस रोग से पीड़ित होने पर व्यक्ति का मुख निस्तेज व सूखा सा रहता है। स्वभाव में भी चिड़चिड़ापन होता है। ऐसे में राग पीलू से संबन्धित गीत सुनें -
* आज सोचा तो आँसू भर आए (हँसते जख्म), * नदिया किनारे (अभिमान),
* खाली हाथ शाम आई है (इजाजत),
* तेरे बिन सूने नयन हमारे (लता रफी),
* मैंने रंग ली आज चुनरिया (दुल्हन एक रात की),
* मोरे सैयाजी उतरेंगे पार (उड़न खटोला),
🎵🎻🎼🎺

७) मनोरोग अथवा अवसाद –
इस रोग मे राग बिहाग व राग मधुवंती सुनना लाभदायक होता है। इन रागों के प्रमुख गीत इस प्रकार से है -
* तुझे देने को मेरे पास कुछ नही (कुदरत नई), * तेरे प्यार मे दिलदार (मेरे महबूब),
* पिया बावरी (खूबसूरत पुरानी),
* दिल जो ना कह सका (भीगी रात),
* तुम तो प्यार हो (सेहरा),
* मेरे सुर और तेरे गीत (गूंज उठी शहनाई ),
* मतवारी नार ठुमक ठुमक चली जाये मोहे (आम्रपाली),
* सखी रे मेरा तन उलझे मन डोले (चित्रलेखा)
🎼🎺🎵🎻

८)रक्तचाप -
ऊंचे रक्तचाप मे धीमी गति और निम्न रक्तचाप मे तीव्र गति का गीत संगीत लाभ देता है। शास्त्रीय रागों मे राग भूपाली को विलंबित व तीव्र गति से सुना या गाया जा सकता है। ऊंचे रक्तचाप मे -
* चल उडजा रे पंछी कि अब ये देश (भाभी),
* ज्योति कलश छलके (भाभी की चूड़ियाँ ),
* चलो दिलदार चलो (पाकीजा ),
* नीले गगन के तले (हमराज़)
जैसे गीत व निम्न रक्तचाप मे
* ओ नींद ना मुझको आए (पोस्ट बॉक्स न. 909),
* बेगानी शादी मे अब्दुल्ला दीवाना (जिस देश मे गंगा बहती हैं ),
* जहां डाल डाल पर ( सिकंदरे आजम ),
* पंख होते तो उड़ आती रे (सेहरा )
🎻🎺🎼🎵

९)अस्थमा –
इस रोग मे आस्था तथा भक्ति पर आधारित गीत संगीत सुनने व गाने से लाभ होता है। राग मालकँस व राग ललित से संबन्धित गीत इस रोग मे सुने जा सकते हैं। जिनमें प्रमुख गीत निम्न हैं -
* तू छुपी हैं कहाँ (नवरंग),
* तू है मेरा प्रेम देवता (कल्पना),
* एक शहँशाह ने बनवा के हंसी ताजमहल (लीडर),
* मन तड़पत हरी दर्शन को आज (बैजू बावरा ), आधा है चंद्रमा ( नवरंग )
🎵🎻🎺🎼

१०) शिरोवेदना –
इस रोग के होने पर राग भैरव सुनना लाभदायक होता है। इस राग के प्रमुख गीत इस प्रकार हैं -
* मोहे भूल गए सावरियाँ (बैजू बावरा),
* राम तेरी गंगा मैली (शीर्षक),
* पूंछों ना कैसे मैंने रैन बिताई (तेरी सूरत मेरी आँखें),


Friday, October 23, 2015

Fwd:


Subject: heart 

✅हार्ट अटॅक..???

घाबरू नका..!!!

सहज सुलभ उपाय...!

99 टक्के  ब्लॉकेजेसना
काढून टाकणारे
पिंपळाचे पान...💚

15 पिंपळाची पाने
जी  गुलाबी  नसावीत,
पण हिरवी,
कोवळी,
चांगली वाढलेली असावीत...

प्रत्येक पानांचे
वरचे टोक

खालचा जाड देठ
पानाचा थोडाश्या भागासकट
कापून टाका,

मग सर्व पंधरा पाने
स्वच्छ धुवून घ्या.

एका भांड्यात
ही पाने

एक ग्लास पाणी घालून
मंद आचेवर उकळत ठेवा.

जेव्हा पाणी (1/3)
एक त्रितीयांश उरेल
तेव्हा
उकळवणे बंद करा

गाळून घ्या...

नंतर थंड जागी ठेवा.

झाले आपले औषध तयार...!
☕...☕...☕

हा काढा
'तीन भागात'
प्रत्येक तीन तासांनी
सकाळपासून घ्यावयाचा आहे.

💔हार्ट अटॅक नंतर
लागोपाठ पंधरा दिवस
अशा प्रकारे
पिंपळकाढा घेतल्याने
ह्रदय पुनः स्वस्थ होते💝

पुन्हा हा दौरा पडण्याची
शक्यता राहात नाही...

ह्रदय विकारी व्यक्तींनी
ह्या ईलाजाचा प्रयोग
अवश्य करून पहावा..

यातून कोणताही
साईड इफेक्ट होत नाही..!

💚पिंपळाच्या पानात
ह्रदयाला शक्ति
आणि
शांती देण्याची
अदभूत क्षमता आहे..!

💚ह्या पिंपळकाढ्याचे
तीन डोस
सकाळी 8.00वा.,
11.00वा.,

2.00वा.
म्हणजे दर तीन तासांनी
घ्यावयाचे आहेत....

💙डोस घेण्यापूर्वी
पोट रिकामी असता कामा नये.

हलका,
पाचक नाश्ता
किंवा
आहार केल्यानंतरच
काढ्याचे डोस घ्यावयाचा आहे.

💜सदरच्या
पंधरा दिवसांत
तळलेले पदार्थ,
भात व्यर्ज आहेत...

तसेच
मांस,
अंडी,
दारु,
धुम्रपान
पूर्णतः बंद करावीत...

मीठ

तेलकट पदार्थ
सेवन करू नये...

💖डाळींब,
पपई,
आवळा,
लसूण,
मेथी,
सफरचंद,
मोसंबी,
रात्री भिजवलेले काळे चणे,
गुगूळ,
मनुका,
दही,
ताक इ. घ्यावे...

"पिंपळकाढा घेऊन तर बघा..!"

🙏
भगवंताने
पिंपळाचे पान
💚
ह्रदयाच्या आकाराचे
कां बनविले आहे..?
💝💝💝💝💝
       💝💝💝💝💝
              💝💝💝💝💝

हे आर्टीकल
आपल्या पर्यंत
डॉ.उदय  सोनवणे  (मुंबई )
यांनी पाठवले आहे..!!!
🌴  आरोग्य वार्ता🌴

"पाणी पिण्याची योग्य वेळ"

● 3 ग्लास सकाळी झोपेतुन उठल्यानंतर -
शरीरातील उर्जेला Activate
करतो.

● 1 ग्लास अंघोळ केल्यानंतर -
ब्लड प्रेशर त्रास संपवतो.

● 2 ग्लास जेवणाआधी 30 मिनीटे -
पचनक्रिया सुधारतो.

● अर्धा ग्लास झोपण्यापुर्वी -
हार्ट अटैक पासुन वाचवतो.

चांगला मैसेज आहे.
जरुर फॉरवर्ड करा..
🌴🍃🌴🍃 🔦🔦🔦🔦🔦🔦🔦🔦🔦🔦जर तुम्ही घरी एकटे असाल, आणि अचानक तुमच्या छातीतदुखायला लागले,हे दुखणे जर तुमच्या डाव्या हातापासून तुमच्या जबड्या पर्यंतजाणवत असेल..तर हा हृदय विकाराचा झटका असू शकतो....जर आजू-बाजूला कोणीच मदत करण्यासाठी नसेलआणि हॉस्पिटल सुद्धा दूर असेnल, तर तुम्ही स्वत:ची मदत करूशकता....* जोर-जोरात खोकत रहा. हि प्रक्रिया पुन्हा-पुन्हा करत रहा.* प्रत्येक वेळी खोकन्या आधी दीर्घ श्वास घ्या.* दीर्घ श्वासामुळे फुप्फुशांना अधिक प्रमाणात ऑक्सिजनमिळतो.* अशा वेळी खोकत राहिल्याने रक्ताभिसरण प्रक्रिया सुरळीतचालू राहते.मी, आपणांस एक विनंती करू इच्छितो.. कृपया जास्तीत जास्तलोकांना हि पोस्ट शेअ
र करा.का, कुणास ठाऊक, तुमच्या ह्या एका पोस्टमुळे एखाद्याचे प्राणवाचू शकतात......करा फॉरवर्ड होऊ दे खर्च  जरा चांगल्या कामासाठी
- डॉ.  उदय  सोनवणे  (मुंबई )


Thursday, October 22, 2015

जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : अगर भाग्य के अनुसार

जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव :  अगर भाग्य के अनुसार ही मिलता है तो जीवन में कर्म क़ा क्या महत्त्व है ?
पूज्य गुरूदेव : माना कि -------------------------------  फिर आपके द्वारा किये गए कर्म का प्रभाव दिखना शुरू हो जाएगा !

Fwd:

Finally Good News For Diabetes.

Hope you can forward the below message to help some one who needs this info...!

A woman (65) was diabetic for the last 20+ years
and
was taking insulin
twice a day.
She used the enclosed homemade medicine for a fortnight and
now she is absolutely free of diabetes and taking all her food as normal
including sweets.

The doctors have advised her to stop insulin and any other blood sugar controlling drugs.
I request you all please circulate the email below to as many people as you
can and let them take maximum benefit from it.

AS RECEIVED :
DR. TONY ALMEIDA
( Bombay Kidney Speciality expert )
made the extensive experiments with perseverance and patience and discovered a
successful treatment for diabetes.
Now a days a lot of people, old men &
women in particular suffer a lot due to Diabetes.

Ingredients:
1 - Wheat 100 gm
2 - Gum(of tree) (gondhh) 100 gm
3 - Barley 100 gm
4 - Black Seeds (kalunji) 100 gm

Method of Preparation :
Put all the above ingredients in 5 cups of water.
Boil it for 10 minutes and put off the fire.
Allow it to cool down by itself.
When it has become cold, filter out the
seeds and preserve water in a glass jug or bottle.

How to use it?
Take one small cup of this water every day early morning when your stomach is empty.
Continue this for 7 days.
Next week repeat the same but on alternate days. With these 2 weeks of
treatment you will wonder to see that you have become normal and can eat
normal food without problem.

Note:
A request is to spread this to as many as possible so that others can
also take benefit out of it.

SINCE THESE ARE ALL NATURAL INGREDIENTS,
TAKING THEM IS NOT HARMFUL.
SO THOSE WHO ARE SCEPTICAL ABOUT THIS TREATMENT
MAY STILL TRY IT WITHOUT ANY HARM.

Once again Thanks for sending this message for those who suffer ths deadly diabetes..!


Wednesday, October 21, 2015

amritvani

please visit


for Gurujis amritvani

amrit vani

please visit

for Guruji amritvani

मनुष्य जीवन

मनुष्य जीवन का उद्देश्य अपने आपको जानना और प्रभु को पाना है।

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

health tips


महत्वपूर्ण समाचार----उसका आयुर्वेदिक इलाज

‪+91 90049 99691‬: महत्वपूर्ण समाचार  SHARE करे और सबको भेजे   ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  ये याद रखिये की भारत मैं सबसे ज्यादा मौते कोलस्ट्रोल बढ़ने के कारण हार्ट अटैक से होती हैं।  आप खुद अपने ही घर मैं ऐसे बहुत से लोगो को जानते होंगे जिनका वजन व कोलस्ट्रोल बढ़ा हुआ हे।  अमेरिका की कईं बड़ी बड़ी कंपनिया भारत मैं दिल के रोगियों (heart patients) को अरबों की दवाई बेच रही हैं !  लेकिन अगर आपको कोई तकलीफ हुई तो डॉक्टर कहेगा angioplasty (एन्जीओप्लास्टी) करवाओ।  इस ऑपरेशन मे डॉक्टर दिल की नली में एक spring डालते हैं जिसे stent कहते हैं।  यह stent अमेरिका में बनता है और इसका cost of production सिर्फ 3 डॉलर (रू.150-180) है।  इसी stent को भारत मे लाकर 3-5 लाख रूपए मे बेचा जाता है व आपको लूटा जाता है।   डॉक्टरों को लाखों रूपए का commission मिलता है इसलिए व आपसे बार बार कहता है कि angioplasty करवाओ।  Cholestrol, BP ya heart attack आने की मुख्य वजह है, Angioplasty ऑपरेशन।  यह कभी किसी का सफल नहीं होता।  क्यूँकी डॉक्टर, जो spring दिल की नली मे डालता है वह बिलकुल pen की spring की तरह होती है।  कुछ ही महीनो में उस spring की दोनों साइडों पर आगे व पीछे blockage (cholestrol व fat) जमा होना शुरू हो जाता है।   इसके बाद फिर आता है दूसरा heart attack ( हार्ट अटैक )  डॉक्टर कहता हें फिर से angioplasty करवाओ।  आपके लाखो रूपए लुटता है और आपकी जिंदगी इसी में निकल जाती हैं।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●                 अब पढ़िए          उसका आयुर्वेदिक इलाज  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  अदरक (ginger juice) -   ●●●●●●●●●●●●●●●●  यह खून को पतला करता है।  यह दर्द को प्राकृतिक तरीके से 90% तक कम करता हें।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  लहसुन (garlic juice)   ●●●●●●●●●●●●●●  इसमें मौजूद allicin तत्व cholesterol व BP को कम करता है।  वह हार्ट ब्लॉकेज को खोलता है।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  नींबू (lemon juice)   ●●●●●●●●●●●●●●●●  इसमें मौजूद antioxidants, vitamin C व potassium खून को साफ़ करते हैं।  ये रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाते हैं।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  एप्पल साइडर सिरका ( apple cider vinegar)   ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  इसमें 90 प्रकार के तत्व हैं जो शरीर की सारी नसों को खोलते है, पेट साफ़ करते हैं व थकान को मिटाते हैं।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●           इन देशी दवाओं को          इस तरह उपयोग में लेवें   ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  1-एक कप नींबू का रस लें;  2-एक कप अदरक का रस लें;    3-एक कप लहसुन का रस लें;   4-एक कप एप्पल का सिरका लें;   ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  चारों को मिला कर धीमीं आंच पर गरम करें जब 3 कप रह जाए तो उसे ठण्डा कर लें;  अब आप   उसमें 3 कप शहद मिला लें  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  रोज इस दवा के 3 चम्मच सुबह खाली पेट लें जिससे  सारी ब्लॉकेज खत्म हो जाएंगी।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  आप सभी से हाथ जोड़ कर विनती है कि इस मैसेज को ज्यादा से ज्यादा प्रसारित करें ताकि सभी इस दवा से अपना इलाज कर  सकें ; धन्यवाद् !  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  जरा सोचिये की शाम के  7:25 बजे है और आप घर जा रहे है वो भी एकदम अकेले।  ऐसे में अचानक से आपके सीने में तेज दर्द होता है जो आपके हाथों से होता हुआ आपके  जबड़ो तक पहुँच जाता है।   आप अपने घर से सबसे नजदीक अस्पताल से 5 मील दूर है और दुर्भाग्यवश आपको ये नहीं समझ आ रहा की आप वहांतक पहुँच पाएंगे की नहीं।  आप सीपीआर में प्रशिक्षित है मगर वहां भी आपको ये नहीं सिखाया गया की इसको खुद पर प्रयोग कैसे करे।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●       ऐसे में दिल के दौरे से बचने               के लिए ये उपाय               ●●●●●●●●●●●  चूँकि ज्यादातर लोग दिल के दौरे के वक्त अकेले होते है बिना किसी की मदद के उन्हें सांस लेने में तकलीफ  होती है । वे बेहोश होने लगते है और उनके पास सिर्फ 10 सेकण्ड्स होते है ।   ऐसे हालत में पीड़ित जोर जोर से खांस कर खुद को सामान्य रख सकता है। एक जोर की सांस  लेनी चाहिए हर खांसी से पहले  और खांसी इतनी तेज हो की  छाती से थूक निकले।  जब तक मदद न आये ये  प्रक्रिया दो सेकंड से दोहराई  जाए ताकि धड्कण सामान्य  हो जाए ।  जोर की साँसे फेफड़ो में  ऑक्सीजन पैदा करती है  और जोर की खांसी की वजह  से दिल सिकुड़ता है जिस से  रक्त सञ्चालन नियमित रूप से  चलता है ।  ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●  जहाँ तक ही सके इस सन्देश को हरेक तक पहुंचाए । एक ह्रदय के डॉक्टर ने तो यहाँ तक कहाँ की अगर हर व्यक्ति यह सन्देश 10 लोगो को भेजे तो एक जान बचायी जा सकती है।

Tuesday, October 20, 2015

दुनिया नहीं

आज का जीवन सूत्र
To SEE MORE POSTINGS(AAJ KA VICHAR) VISIT BLOGS 
दुनिया नहीं बदला करती तुम को अपने आपको बदलना होता है !

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

दुनिया नहीं

आज का जीवन सूत्र
To SEE MORE POSTINGS(AAJ KA VICHAR) VISIT BLOGS 
दुनिया नहीं बदला करती तुम को अपने आपको बदलना होता है !

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

Fwd: इन कारणों से काले हो जाते हैं होंठ , अमरूद की पत्तियों में छुपा है हर बीमारी का इलाज


---------- Forwarded message ----------
From: Onlymyhealth.com <onlymyhealth@onlymyhealth.com>
Date: 2015-10-20 8:24 GMT+05:30
Subject: इन कारणों से काले हो जाते हैं होंठ , अमरूद की पत्तियों में छुपा है हर बीमारी का इलाज
To: mggarga@gmail.com


 
October 20, 2015 | www.onlymyhealth.com
Email to friend | Subscribe Now

इन कारणों से काले हो जाते हैं होंठ

सौंदर्य काले होंठ एक आम समस्या है, जो सुंदरता पर दाग की तरह हैं, इसका प्रमुख कारण स्‍मोकिंग ही नहीं है, बल्कि इन दूसरे कारणों से भी होंठ काले हो जाते हैं।

और पढ़ें »

अमरूद की पत्तियों में छुपा है हर बीमारी का इलाज

घरेलू नुस्‍खे आपको यह जानकर आश्‍चर्य होगा कि अमरूद के पत्‍तों में मौजूद अद्भुत एंटीऑक्‍सीडेंट, एंटीबैक्‍टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण कई प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने में मदद करते हैं।

और पढ़ें »

संपूर्ण पोषण के लिए खिलाड़ी ये आहार लें

खेल और फिटनेस खिलाड़ी अपने आपको फिट रखने के लिए काफी मेहनत करते हैं जिस कारण उन्हें ऊर्जा के लिए संपूर्ण आहार लेने की जरूरत होती है।

और पढ़ें »

जिंजर बियर से करें मुंहासे, मधुमेह, गठिया व पेट दर्द आदि को ठीक

स्वस्थ खान-पान एलकोहॉल रहित जिंजर बियर को कई स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे पेट की बीमारियों और गठिया आदि का इलाज करने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

और पढ़ें »

भावनात्मक अनुभवों से जुड़े होते हैं ये दर्द

दर्द का प्रबंधन कई प्रकार के दर्द विशिष्ट भावनात्मक अनुभवों को प्रभावित करते हैं। हमारे अनुभव हमारे शरीर और दिमाग़ से होकर गुजरते हैं और और जब हम तनाव में होते हैं तो हमारा शरीर बताता है कि वास्तव में समस्या क्या है।

और पढ़ें »

Q:वजन घटाने वाले सप्लीमेंट्स फायदेमंद है? No of Answers : 1
Q:बच्‍चों में विटामिन डी की कमी के कारण ? No of Answers : 1
Q:किचन के बर्तनों को चमकाने के कोई तरीके बताए? No of Answers : 1
Q:क्‍या सुंदरता के लिए शुद्ध घी इस्‍तेमाल सही है? No of Answers : 1
Q:क्या दिमाग़ की मांशपेशियों की भी कोई कसरत होती? No of Answers : 1
धन्यवाद
www.onlymyhealth.com
feedback@onlymyhealth.com | click here